शासन एवं विश्वविद्यालय के निर्देशन एवं नियमानुसार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए छात्रसंघ का गठन किया जाता है। यह संघ पूर्णतः प्राचार्य के मार्गदर्शन में कार्य करता है। छात्र संघ का महाविद्यालयीन विकास, व्यक्तित्व विकास, अध्ययन, शैक्षणेत्तर गतिविधियों में सक्रीय योगदान रहता है।